विजयीपुर थाने का वार्षिक निरीक्षण पुलिस निरीक्षक मीरगंज द्वारा किया गया। यह निरीक्षण थाने के दैनिकी और सरिस्ता की स्थिति को परखने के लिए हुआ। हालांकि, इस निरीक्षण ने विजयीपुर थाने की बदहाल स्थिति को फिर से सामने ला दिया। थाना अभी भी केन यूनियन की जर्जर इमारत में संचालित हो रहा है, जो खंडहर में तब्दील हो चुकी है।
थाने की स्थिति ऐसी है कि यदि निरीक्षण वास्तविक रूप से कर्मियों के साथ सरिस्ता में बैठकर किया जाता, तो बदहाली और अधिक उजागर होती। इस खंडहर में काम कर रहे कर्मियों को किन परिस्थितियों में अपने कर्तव्य का पालन करना पड़ता है, यह समझ पाना कठिन नहीं। थाने में आने-जाने वाले आगंतुकों को अक्सर भटकना पड़ता है, क्योंकि व्यवस्था में स्पष्टता और आधुनिकता की कमी है।
देशभर में डिजिटल इंडिया और कॉर्पोरेट ऑफिस जैसी सुविधाओं की बातें होती हैं, लेकिन विजयीपुर थाना इनसे कोसों दूर है। एक अनजान व्यक्ति यदि थाने में कदम रखता है, तो उसे अपनी समस्या के समाधान के लिए घंटों इधर-उधर भटकना पड़ता है।
पुलिस निरीक्षक ने निरीक्षण के दौरान दैनिकी और सरिस्ता का अवलोकन किया और कुछ दिशा-निर्देश भी दिए। हालांकि, निरीक्षण के बाद भी सवाल उठता है कि कब तक विजयीपुर थाना खस्ताहाल इमारत में अपनी सेवाएं देने को मजबूर रहेगा। क्या इस निरीक्षण के बाद इस समस्या पर ध्यान दिया जाएगा, या फिर यह केवल एक औपचारिकता बनकर रह जाएगी? जनता को इसका जवाब अभी तक नहीं मिला है।
पुलिस निरीक्षक मीरगंज ने विजयीपुर थाने की सरिस्ता का किया निरीक्षण, बदहाली उजागर
