भोरे। गोपालगंज जिले के भोरे में मनरेगा कार्यालय एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गया है। चफवा गांव के दलित युवक सुनील गोंड ने आरोप लगाया है कि रोजगार मांगने के लिए भोरे के मनरेगा कार्यालय गए थे, जहां भोरे मुखिया के पति अर्जुन सिंह और उनके साथियों ने उनके साथ मारपीट की।
पीड़ित का आरोप है कि उन्हें जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया गया और जान से मारने की धमकी दी गई। इस मामले में सुनील गोंड ने लच्छीचक गांव निवासी और भोरे मुखिया के पति अर्जुन सिंह, उनके दो भाई धर्मेंद्र सिंह और महेंद्र सिंह, नीरज कुमार राम, और चार अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
घटना 10 जनवरी की बताई जा रही है, जब सुनील गोंड अपने परिवार के सदस्यों के लिए मनरेगा में रोजगार की मांग करने मनरेगा कार्यालय गए थे। कार्यालय से बाहर निकलते ही उन पर हमला किया गया।
भोरे में मनरेगा कार्यालय में विवाद की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इससे पहले भी कार्यालय में कर्मचारियों और मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच तेज कर दी है। पीड़ित और आरोपी पक्षों के बीच पहले से चले आ रहे विवाद के कारण स्थिति और भी संवेदनशील हो गई है।
भोरे: मुखिया के पति पर दलित युवक को पीटने और धमकी देने का आरोप
