भटनी। बिजली संकट से जूझ रहे ग्रामीणों की मुश्किलें बुधवार को तीसरे दिन भी कम नहीं हुईं। क्षेत्र के 10 गांव अब भी अंधेरे में डूबे हैं। इससे ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। बता दें कि सोमवार को तेज आंधी और बारिश के कारण कई जगह बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए और तार टूट गए। बिजली निगम की ओर से मरम्मत का काम तो शुरू करा दिया गया है, मगर खंभे और अन्य जरूरी उपकरणों की किल्लत के कारण काम अधूरा पड़ा है। बेहराडाबर, जिगिना मिश्र, गौनरिया, कुरमौटा ठाकुर, भरहेचौरा, उसका, मोतीपुर टिकैट, मोतीपुर भुआल, सवरेजी, खैराट गांव के लोगों का कहना है कि विभाग के कर्मचारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं और हर बार उपकरण नहीं है कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं। बिजली न होने से पानी की सप्लाई, मोबाइल चार्जिंग, रात की सुरक्षा व्यवस्था आदि बुरी तरह प्रभावित हो गई है।
बिजली विभाग के अवर अभियंता अमन कुमार ने बताया कि तेज आंधी से लाइनें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं। प्रयास जारी है, लेकिन खंभे और तारों की कमी के कारण बहाली में देरी हो रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि एक-दो दिनों में आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।