कुचायकोट। प्रखंड के सिपाया काला मटिहनियां गांव में स्वर्गीय अनिल मांझी की द्वितीय पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर भारत सरकार के पूर्व मंत्री पशुपति कुमार पारस ने अनिल मांझी को याद करते हुए कहा कि वे एक जुझारू और संघर्षशील नेता थे, जिन्होंने दियारा क्षेत्र के लोगों के हक के लिए लगातार आंदोलन किया। उन्होंने कहा कि मांझी जी के संघर्ष का प्रत्यक्ष उदाहरण वह बांध है, जो आज सामने खड़ा है।
पूर्व मंत्री ने यह भी कहा कि राज्यपाल से मिलकर इस बांध का नाम अनिल मांझी के नाम पर रखने के लिए एक मांग पत्र सौंपा जाएगा।
वहीं, कार्यक्रम में मौजूद पूर्व सांसद प्रिंस राज ने बिहार की वर्तमान स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा, “आज बिहार में अपराध चरम पर है, शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है और देखने वाला कोई नहीं है।”
सभा की शुरुआत में गंडक दियारा संघर्ष समिति के संस्थापक और पूर्व जिला पार्षद स्व. अनिल मांझी के स्मारक पर सभी नेताओं ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और उनके जीवन, संघर्ष और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।
अनिल मांझी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा, बांध का नामकरण करने की उठी मांग
