रमज़ान के अलविदा जुमा के दिन मांझागढ़ थाना क्षेत्र के भवानीगंज निवासी फारूक रज़ा ने रोजा तोड़कर गंभीर रूप से बीमार मरीज की जान बचाने के लिए रक्तदान किया। यह प्रेरणादायक कार्य बिहार ब्लड डोनर टीम के माध्यम से सम्पन्न हुआ।
फारूक रज़ा ने मंझवलिया निवासी गंभीर किडनी रोगी मोहम्मद वासिल के लिए रक्तदान किया। उन्होंने बताया कि जैसे ही उन्हें मरीज की हालत के बारे में पता चला, उन्होंने बिना देर किए रमज़ान में भी इंसानियत को प्राथमिकता दी और रक्तदान किया।
बिहार ब्लड डोनर टीम के सदस्य शाह आलम ने फारूक रज़ा के इस कार्य की सराहना करते हुए कहा कि “रमज़ान के पवित्र महीने में रोजा तोड़कर किसी ज़रूरतमंद की जान बचाना युवाओं के लिए प्रेरणादायक मिसाल है। इंसानियत यही है कि हम समय पर रक्तदान करें और दूसरों की ज़िंदगी बचाएं।”
रक्तदान के समय टीम के अन्य सदस्य शाह आलम, गुफरान सिद्दीकी, ज्ञानेंद्र राज, अमीश कुमार, सादिक हुसैन, साहेब हुसैन और मोहम्मद शमीम आदि भी उपस्थित रहे
रमज़ान में रोजा तोड़कर फारूक रज़ा ने किया रक्तदान, गंभीर मरीज की बचाई जान
