देवरिया। राष्ट्रीय लोक अदालत (10 मई 2025) को सफल बनाने के लिए देवरिया के परिवार न्यायालय में एक महत्वपूर्ण प्री-ट्रायल बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक प्रधान न्यायाधीश बद्री विशाल पाण्डेय की अध्यक्षता में उनके विश्राम कक्ष में संपन्न हुई।
बैठक में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव/अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी ने परिवारिक वादों के शीघ्र और आपसी सहमति से निस्तारण पर ज़ोर देते हुए कहा कि लोक अदालत पक्षकारों को त्वरित न्याय देने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने वकीलों और न्यायिक कर्मियों से अपील की कि अधिक से अधिक पारिवारिक मामलों को चिन्हित कर लोक अदालत में प्रस्तुत किया जाए।
प्रधान न्यायाधीश बद्री विशाल पाण्डेय ने कहा कि पारिवारिक विवाद न सिर्फ न्यायालयों पर बोझ बढ़ाते हैं, बल्कि समाजिक ताने-बाने को भी प्रभावित करते हैं। ऐसे में आपसी सुलह के माध्यम से निपटारा सबसे बेहतर विकल्प है।
बैठक में अपर प्रधान न्यायाधीश विकास कुमार भी उपस्थित रहे। जल्द ही चिन्हित मामलों की सूची तैयार कर न्यायालयों में प्रार्थना पत्र के माध्यम से पत्रावलियों को प्रस्तुत करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।