गोपालगंज में आज वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ जबरदस्त विरोध देखने को मिला। ‘संविधान बचाओ संघर्ष मोर्चा’ के बैनर तले शहर में एक बड़ा विरोध मार्च निकाला गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए।
ये विरोध मार्च अंबेडकर चौक से शुरू होकर शहर के कई मुख्य रास्तों से होता हुआ मौनिया चौक पहुंचा, जहां ये मार्च एक सभा में तब्दील हो गया। हाथों में तख्तियां, बैनर, और आंखों में नाराज़गी – प्रदर्शनकारियों ने बिल को “काला कानून” बताते हुए जमकर नारेबाजी की।
सभा को संबोधित करते हुए एमआईए के प्रदेश महासचिव अनस सलाम ने कहा कि ये वक्फ संशोधन बिल अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों का सीधा उल्लंघन है और इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने साफ शब्दों में सरकार से इस बिल को तुरंत वापस लेने की मांग की।
सभा में मौजूद सामाजिक और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी गुस्से का इज़हार करते हुए कहा कि वक्फ संपत्तियों पर किसी भी तरह का सरकारी नियंत्रण किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सबकी आवाज़ एक ही थी – संविधान से छेड़छाड़ मंज़ूर नहीं!
संविधान बचाओ संघर्ष मोर्चा ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने इस विरोध को नजरअंदाज़ किया, तो ये आंदोलन अब सिर्फ गोपालगंज तक सीमित नहीं रहेगा – बल्कि जिला से राज्य और फिर राष्ट्रीय स्तर तक ले जाया जाएगा।
इस पूरे प्रदर्शन में जोश भी था, नाराज़गी भी और संविधान के लिए एकजुटता भी साफ नज़र आई।
वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ गोपालगंज में जोरदार विरोध
