रुद्रपुर और आसपास के क्षेत्रों में फर्जी दस्तावेजों के सहारे पासपोर्ट बनवाने और विदेश यात्रा करने का गोरखधंधा एक बार फिर उजागर हुआ है। पुलिस ने लाला टोली वार्ड, महराजगंज और पिड़हनी गांव के चार लोगों के खिलाफ दो-दो पासपोर्ट बनवाने के आरोप में केस दर्ज किया है। आरोपियों ने जन्मतिथि और माता-पिता का नाम बदलकर पासपोर्ट बनवाया और कथित रूप से विदेश यात्रा भी की।
जानकारी के मुताबिक,
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लाला टोली निवासी वकील साहनी ने 2016 और 2024 में अलग-अलग जन्मतिथि के आधार पर पासपोर्ट बनवाया।
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धर्मेन्द्र यादव, तारासारा गांव निवासी, ने 2013 और 2020 में दो पासपोर्ट बनवाए जिनमें अभिभावकों के नाम व जन्मतिथि अलग-अलग दर्ज थे।
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मंगल यादव और विनोद यादव, दोनों पिड़हनी गांव के रहने वाले हैं, जिनके पासपोर्ट में भी फर्जी जानकारियाँ पाई गईं।
पुलिस ने क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी लखनऊ के निर्देश पर जांच के बाद इन चारों पर मुकदमा दर्ज किया।
यह मामला नया नहीं है। पिछले दो वर्षों में मदनपुर, एकौना और अन्य क्षेत्रों से 10 से अधिक फर्जी पासपोर्ट के मामले सामने आ चुके हैं।
जनवरी 2025 में भी भुलईपुर, मल्लाह टोली, तलौरा और भदिला गांव के चार लोगों पर केस दर्ज हुआ था।
दिसंबर 2023 में लखनाघाट निवासी अमरनाथ यादव को तीसरी बार फर्जी पासपोर्ट बनवाने के प्रयास में गाजीपुर में पकड़ा गया।
पुलिस का कहना है कि यह एक संगठित गिरोह का काम हो सकता है, जो गरीब या विदेश जाने के इच्छुक लोगों को पहचान बदलवाकर फर्जी दस्तावेजों से पासपोर्ट बनवाने में मदद करता है।
सीओ अंशुमन श्रीवास्तव ने बताया कि सभी मामलों की जांच गंभीरता से की जा रही है, और संबंधित विभागों से समन्वय बनाकर कार्रवाई की जा रही है।