जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को धन्वंतरि सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति, संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के अन्तर्गत अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि अभियान में सभी विभाग माइक्रोप्लान अनुसार कार्य करें। उन्होंने कहा कि वेक्टर जनित बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, कालाजार आदि की रोकथाम के लिए राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत एक जुलाई से 31 जुलाई तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। साथ ही 11 से 31 जुलाई तक घर-घर दस्तक अभियान चलेगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान में किसी भी विभाग की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
जिलाधिकारी ने अभियान की तैयारियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग समेत सभी 13 सहयोगी विभागों से विस्तृत जानकारी ली और जल्द से जल्द माइक्रोप्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग माइक्रोप्लान बनाकर कार्य करें। तय कार्ययोजना के अनुसार शत-प्रतिशत कार्य का संपादन करें। नगर या ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं भी जलभराव, गंदगी की स्थिति पैदा न हो। नगर में कहीं भी जलभराव आदि की स्थिति होने पर नगर पालिका व नगर पंचायत इस पर तुरंत कार्रवाई करें। हॉट स्पॉट क्षेत्रों, घनी आबादी व अन्य मलिन बस्तियों में एंटी लार्वा छिड़काव, फॉगिंग आदि का कार्य किया जाए। खाद्य विभाग को निर्देशित किया कि रेस्त्रां, मिठाई की दुकानों और स्ट्रीट फूड के खाद्य सामग्रियों के गुणवत्ता की नियमित जांच करें। सीएचसी व पीएचसी स्तर पर ही डेंगू आदि के मरीजों को तत्काल प्रभाव से उपचार प्रदान किया जाए।
जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना, नियमित टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, टीबी, मातृत्व स्वास्थ्य सहित अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमो पर चर्चा किया और आवश्यक निर्देश दिया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल कुमार गुप्ता ने कहा कि जुलाई से मलेरिया, डेंगू के प्रकोप के साथ डायरिया का खतरा बढ़ जाता है। जन स्वास्थ्य के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ–साथ आंगनबाड़ी केंद्र स्तर पर भी ओआरएस जिंक कॉर्नर की स्थापना की जाएगी। इस वर्ष “डायरिया रोको अभियान” की थीम “डायरिया की रोकथाम, सफाई और ओआरएस से रखें अपना ध्यान” के तहत 16 जून से शुरू किया जा चुका है, जोकि 31 जुलाई तक चलेगा। अभियान का उद्देश्य पाँच वर्ष से कम आयु के बच्चों में डायरिया से मृत्यु को “शून्य” तक लाना हैं।
बैठक में सीडीओ प्रत्युष पाण्डेय, एसीएमओ डॉ अजय शाही, बाल रोग विभाग के नोडल अधिकारी डॉ आरके श्रीवास्तव, एसीएमओ डॉ एसके सिन्हा, डिप्टी सीएमओ डॉ अश्वनी पाण्डेय, डॉ आरपी यादव, डॉ कार्तिक पाण्डेय, डीटीओ डॉ राजेश कुमार, डीपीएम पूनम, डीसीपीएम राजेश गुप्ता, डीएमओ सीपी मिश्रा, जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता विश्वनाथ मल्ल, सहयोगी संस्था डब्ल्यूएचओ, सीफार, यूनिसेफ़, यूपीटीएसयू के प्रतिनिधि सहित अन्य विभागों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।