विजयीपुर प्रखण्ड के मुसेहरी बाजार मे जल जमाव एक अहम मुद्दा बन गई थी पिछले कई बर्ष से ,
आप को बतलाते चले की मुसेहरी बाजार मे जल जमाव इस कदर होती है कि इसके गिरफ्त मे भोरे विजयीपुर मुख्य सड़क भी सालो साल जल मग्न रहता है, ठीक इसी जगह एक जलाशय है जिसे दुकानदारो द्वारा अवैध कब्जा कर लेने के कारण जल जमाव स्थिति उत्पन्न हुई है, एक तरफ जहा मांस मछली की कचरा और बाजार के दुकानदारो की इस्तेमाल किया गया पालीथीन के अंबार प्रशासन की स्वच्छ भारत अभिमान की माखौल उड़ाकर रख दिया है,इसी दरम्यान सरकार ने लोहिया स्वच्छता अभियान की शुरुआत कर अधिकारी सहित निर्वाचित जनप्रतिनिधीयो की जेब भरते हुए स्वच्छता दुत की नियुक्ती किया गया,लाखो रूपए की भारी-भरकम बजट उपलब्ध कराए गए पंचायतो मे लेकिन भ्रष्टाचार की आलम यह है किसी भी पंचायत मे लोहिया स्वच्छता धरातल पर नही है केवल कागजो मे सिमटकर रह गए है,स्वच्छचा दुत की वेतन न मिलने से पंचायतो मे कचरा प्रबंधन कार्य पुण्य रूप से बंद हो गई जिससे कचरा को स्थानीय लोग जलाशय मे फेंकना शुरू किए और जल जमाव करते रहे,जल जमाव की समस्या और जलाशय पर अवैध कब्जा को दैनिक आज के पत्रकार द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित किया गया जिसके बाद मुसेहरी का जल जमाव सुर्खिया मे आई और जेसीबी लगाकर जलाशय की सफाई की जा रही है, स्थानीय लोगो के अनुसार इस जलाशय पर अवैध कब्जा के लिए विजयीपुर अंचल कार्यालय दोषी है, लोगो के अनुसार इस सड़क पर पूर्व जिला विकास आयुक्त द्वारा निदेश दिया गया था सोकता बनाने के लिए लेकिन विजयीपुर थाने के पास बना लेकिन मुसेहरी बाजार की सोकता को विजयीपुर प्रखण्ड कार्यालय की फाइल मे दब गई।लेकिन जदयू के प्रखण्ड अध्यक्ष नितेंद्र राय, युवा जदयू उपाध्यक्ष बबलू गुप्ता, रमेश गुप्ता,अनिल गुप्ता, शिवजी गुपता,विडिओ गुप्ता के पहल पर जिला परिषद सदस्य धीरेंद्र कुशवाहा के देख रेख मे जलाशय एवं नाले की सफाई कराई जा रही है, इस नेक कार्य के लिए स्थानीय जनता धीरेंद्र कुशवाहा के प्रति आभार प्रकट किए।
खबर की असर मुसेहरी मे जल जमाव से निजात दिलाने की प्रयास तेज
