गोपालगंज: गोपालगंज जिले में फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी के उन्मूलन के लिए सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर फाइलेरिया से बचाव की दवा लोगों को खिला रही हैं। 10 फरवरी से शुरू हुआ यह अभियान 17 दिनों तक चलेगा।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुषमा शरण के नेतृत्व में प्रतिदिन जिला स्तर पर इविनिंग ब्रीफिंग आयोजित की जा रही है। प्रखंड स्तर पर भी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा अभियान की सफलता के लिए नियमित बैठकें हो रही हैं।
अभियान की प्रमुख उपलब्धियां:
- अब तक 13 लाख से अधिक लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जा चुकी है।
- जिले की कुल जनसंख्या 32,27,302 में से 27,43,207 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
- 1343 दल और 131 सुपरवाइजरों की टीम अभियान में जुटी हुई है।
समीक्षा के प्रमुख बिंदु:
- प्रखंडों द्वारा किए जा रहे एमडीए कवरेज की समीक्षा।
- दवा की उपलब्धता एवं समय पर रिपोर्टिंग।
- दवा सेवन के बाद किसी समस्या की रिपोर्ट एवं त्वरित निपटारा।
- जिलों एवं प्रखंडों के अवलोकन की समीक्षा।
- अभियान के दौरान आ रही समस्याओं का समाधान।
रिफ्यूजल ब्रेक में पेशेंट स्टेकहोल्डर की भूमिका:
दवा खाने से मना करने वालों को मोबलाइज करने में पेशेंट स्टेक होल्डर प्लेटफार्म के सदस्य महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। फाइलेरिया के मरीज भी लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि दवा का सेवन आवश्यक है, अन्यथा गंभीर बीमारी हो सकती है।
फाइलेरिया से बचाव के लिए दवा का सेवन जरूरी:
डॉ. सुषमा शरण ने बताया कि फाइलेरिया मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है और इसके लक्षण 5 से 10 साल बाद दिखते हैं। सभी स्वस्थ व्यक्ति को इस दवा का सेवन करना चाहिए। खाली पेट दवा नहीं खानी चाहिए। दवा खाने से सिरदर्द, बुखार, उल्टी, खुजली जैसे हल्के लक्षण आ सकते हैं, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है। आवश्यकता पड़ने पर चिकित्सकीय सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी।