देवरिया: जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने वृहद गो संरक्षण केन्द्र पिपरा चन्द्रभान का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने केंद्र में 280 टैग्ड गोवंश पाए, जिनमें 13 मादा गोवंश शामिल थीं। सभी गोवंश स्वस्थ स्थिति में पाए गए।
गोशाला में 04 शेड, 02 भूसा गोदाम, 04 नाद, और 02 पानी की चरही निर्मित हैं। साफ-सफाई की व्यवस्था संतोषजनक पाई गई, हालांकि जिलाधिकारी ने सफाई की आवृत्ति को दिन में दो बार से बढ़ाकर तीन बार करने के निर्देश दिए।
गोशाला में विद्युत कनेक्शन के साथ-साथ सोलर पैनल भी लगाए गए हैं, लेकिन सोलर पैनल कार्य नहीं कर रहा था, जिसे तुरंत ठीक कराने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने अतिरिक्त भूसा गोदाम की आवश्यकता को देखते हुए एस.एफ.सी. पूलिंग या अन्य सुसंगत मद की धनराशि से निर्माण कराने के निर्देश दिए।
साइलेज (पशु चारा) के 26 बंडल गोशाला में पाए गए। इन बंडलों के सुरक्षित रख-रखाव के लिए समुचित व्यवस्था कराने के निर्देश दिए गए। गोशाला से संबंधित चारागाह में हरा चारा और नेपियर घास की बुवाई की गई है। जिलाधिकारी ने चारागाह के रकबे को बढ़ाने और नेपियर घास की बुवाई का भी निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने सभी चारागाहों की भूमि पर हरा चारा/नेपियर घास की बुवाई का विशेष अभियान चलाने और निराश्रित/बेसहारा गोवंश का संरक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान उपस्थित अधिकारी:
- ब्लॉक प्रमुख देवरिया सदर
- खण्ड विकास अधिकारी, देवरिया सदर
- सहायक विकास अधिकारी (पं०) देवरिया सदर
- ग्राम प्रधान पिपरा चन्द्रभान
- ग्राम सचिव पिपरा चन्द्रभान
- पशुधन प्रसार अधिकारी तरौली बरौली
इस निरीक्षण से उम्मीद है कि गोवंश संरक्षण केंद्र की व्यवस्था में और अधिक सुधार होगा, जिससे गोवंशों को बेहतर देखभाल और पोषण मिल सकेगा।