देवरिया के गांधी सभागार, विकास भवन में सोसायटी फॉर प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स (एसपीसीए) की बैठक मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में पशुओं के अवैध परिवहन, घायल निराश्रित पशुओं के संरक्षण और पशु क्रूरता से जुड़े मामलों की समीक्षा की गई।
बैठक में संजय पाठक ने घायल बंदर, कुत्ते, बिल्लियों आदि के लिए आश्रय स्थल बनाने का सुझाव दिया, जिस पर स्वयंसेवी संगठनों से सहयोग की अपील की गई। आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नगर क्षेत्रों में बधियाकरण की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में रात के समय गोवंश तस्करी पर चिंता जताई गई, जिस पर पुलिस विभाग को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। घायल पशुओं के आपातकालीन इलाज और संरक्षण के लिए टोल-फ्री नंबर 1962, डीएम हेल्पलाइन नंबर 05568-225351/222261/223331 तथा पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर सूचना देने की अपील की गई।
गोवंश की अस्वाभाविक मृत्यु की स्थिति में शव परीक्षण और फॉरेंसिक जांच के लिए पुलिस में एनसीआर दर्ज कराने के निर्देश भी दिए गए। गोशालाओं को दी जाने वाली अनुदान राशि ₹30 प्रति गोवंश से बढ़ाकर ₹50 प्रति गोवंश करने का अनुरोध किया गया।
अध्यक्ष ने घायल बंदरों के उपचार के लिए जिला वनाधिकारी के मोबाइल नंबर 8056595393 पर सूचना देने के निर्देश दिए। नगरपालिका और नगर पंचायतों में मंकी कैचर एवं मंकी हैंडलर की व्यवस्था करने तथा ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिव के माध्यम से यह प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश भी जारी किए गए।
बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक, जिला सूचना अधिकारी, सभी अधिशासी अधिकारी (नगर पालिका/नगर पंचायत), उपमुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी और एसपीसीए के सदस्यगण उपस्थित रहे।