भोरे/गोपालगंज। भोरे प्रखंड के गांधी स्मारक हाई स्कूल के मैदान में जनसुराज की जनसभा का आयोजन किया गया। इस जनसभा के मुख्य अतिथि राजनीति के चाणक्य और राजनीतिक पार्टियों के भविष्य निर्माता कहे जाने वाले जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर रहे। जनसभा की अगुवाई भोरे विधानसभा की प्रबल दावेदार प्रीति किन्नर ने की। मंच से बिहार और बिहारी शब्द का भावनात्मक रूप से प्रयोग करते हुए सभी नेताओं ने बिहार के सुधार के लिए जनसुराज को समर्थन देने की अपील की।
सभा को संबोधित करते हुए प्रोफेसर संजय सुमन ने भोरे विधानसभा क्षेत्र में उच्च शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और पलायन की समस्या पर चर्चा की। बिहार विधान पार्षद आफाक अहमद ने गांधी के बिहार, जेपी के बिहार और करपुरी ठाकुर के बिहार को मजबूत बनाने के लिए जनसुराज का समर्थन करने की अपील की।
देर से पहुंचे प्रशांत किशोर ने लालू परिवार और नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बिहार की बदहाली के लिए इन दोनों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि लालू जी के शासनकाल में गरीब, दलित और पिछड़ों को आवाज तो मिली, लेकिन विकास के रास्ते से जनता को भटका दिया गया। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की जनता ने जाति के नाम पर जरूर वोट दिया, लेकिन जनता के पास विकल्प नहीं था।
प्रशांत किशोर ने कहा कि अब जनता के पास जनसुराज के रूप में एक मजबूत विकल्प है। उन्होंने बताया कि पिछले दो साल से वे लगातार बिहार के हर पंचायत और प्रखंड का दौरा कर जनसुराज की नींव मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने जनता से अपने बच्चों के शिक्षा और रोजगार के लिए जनसुराज को वोट देने की अपील की।
प्रशांत किशोर ने लालू परिवार के वंशवाद और “पलटू चाचा” यानी नीतीश कुमार की राजनीति पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि इन दोनों नेताओं ने बिहार के युवाओं के भविष्य को बर्बाद कर दिया है और केवल अपने परिवार और नजदीकी लोगों का भविष्य सुधारने में लगे हुए हैं। उन्होंने भृगुश्रृवा की धरती को प्रणाम करते हुए बिहार को बदलने की बात जनता के सामने रखी और समर्थन की मांग की।
प्रशांत किशोर ने बिहार के शिक्षा मंत्री पर भी निशाना साधते हुए कहा कि शिक्षा मंत्री के गृह निर्वाचन क्षेत्र में उच्च शिक्षा व्यवस्था का अभाव होना हैरान करने वाला है। उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली के लिए सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है। सभा स्थल के आसपास अन्य पार्टियों के कई कार्यकर्ता और प्रखंड स्तरीय नेता भी अपनी पहचान छिपाकर जनसभा में शामिल होते नजर आए।
भोरे में जनसुराज का आगाज, शिक्षा मंत्री के गृह निर्वाचन क्षेत्र में गरजे पीके
