देवरिया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देवरिया के तत्वावधान में जनपद न्यायाधीश देवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में जिलाधिकारी दिव्या मित्तल, पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मंजू कुमारी ने जिला कारागार का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बंदियों की स्थिति, स्वास्थ्य, भोजन और अन्य सुविधाओं का जायजा लिया गया।
जनपद न्यायाधीश ने ऐसे गरीब बंदियों की पहचान के निर्देश दिए, जो जमानत राशि या जुर्माना भरने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि जो बंदी रिहाई के पात्र हैं, उनकी रिहाई की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाए। महिला कैदियों के साथ रह रहे बच्चों के लिए दूध और शिक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए।
सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मनोज कुमार तिवारी ने ऐसे बंदियों के मामलों को “अधिकार प्राप्त समिति” के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए, ताकि जमानत राशि या जुर्माना जमा कराकर उनकी रिहाई सुनिश्चित की जा सके।
निरीक्षण के दौरान बंदियों को नि:शुल्क विधिक सहायता, दवाओं की आपूर्ति, और नियमित स्वास्थ्य जांच की सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए गए। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मंजू कुमारी ने बंदियों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।