गोपालगंज। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को सेना के विशेष विमान से गोपालगंज पहुंचे। यहां निर्माणाधीन न्यू पुलिस लाइन मैदान में आयोजित जनसभा को उन्होंने संबोधित किया। सभा में लाखों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
अपने भाषण में गृह मंत्री ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए विपक्ष पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता को तय करना है कि राज्य को फिर से लालू-राबड़ी के जंगलराज की ओर ले जाना है या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास की राह पर आगे बढ़ाना है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 65 वर्षों में जो नहीं कर सकी, वह काम मोदी सरकार ने महज 10 वर्षों में कर दिखाया है। अगर एक बार फिर एनडीए की सरकार बनी, तो बिहार को बाढ़ से पूरी तरह मुक्ति दिलाई जाएगी और बंद पड़ी चीनी मिलों को फिर से शुरू किया जाएगा।
राम मंदिर का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि लालू प्रसाद यादव और उनके सहयोगियों ने राम मंदिर निर्माण में अनेक अड़चनें डालीं, लेकिन मोदी सरकार ने 500 वर्षों बाद भगवान राम के मंदिर का निर्माण कराया। अब बिहार में माता सीता का भव्य मंदिर बनेगा, जो पूरे देश को आकर्षित करेगा।
उन्होंने छठ पूजा की भव्यता का भी उल्लेख करते हुए कहा कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है, वहां यह पर्व पूरे उत्साह से मनाया गया। शारदा सिन्हा को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया, वैशाली महोत्सव की शुरुआत कराई गई, मधुबनी पेंटिंग को जीआई टैग दिलाया गया और मखाना बोर्ड बनाकर किसानों को सहायता दी गई।
लालू यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उनके शासन में अपहरण, फिरौती, हत्या और घोटालों का बोलबाला रहा। उन्होंने कहा, “गाय का चारा तक खा गए। नौकरी के बदले जमीन का सौदा किया गया। लालू परिवार के हर सदस्य को सत्ता में बैठाया गया, लेकिन युवाओं को आगे बढ़ाने का कोई काम नहीं हुआ।”
अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने बिहार के 1 करोड़ 60 लाख घरों तक जल पहुंचाया, डेढ़ करोड़ शौचालय बनाए, 9 करोड़ लोगों को हर महीने 5 किलो राशन दिया और 40 लाख घर बनाए।
सभा के अंत में उन्होंने लोगों से अपील की कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में कमल के निशान पर वोट देकर एनडीए को एक और मौका दें। उन्होंने वादा किया कि अगली सरकार बनने पर बिहार को बाढ़ से पूरी तरह मुक्त कर दिया जाएगा।
गोपालगंज में अमित शाह ने जनसभा को किया संबोधित
