विजयीपुर, गोपालगंज। माले नेता जितेंद्र पासवान ने आरोप लगाया है कि गृह मंत्री अमित शाह माले नेताओं से डरते हैं, इसलिए उनके गोपालगंज दौरे से पहले माले नेताओं को नजरबंद कर दिया गया। पासवान ने बताया कि वह और उनके साथी इंद्रजीत चौरसिया, प्रमोद कुशवाहा, दीपक चौहान और सूरज कुमार जब विजयीपुर क्षेत्र में जनसभा की तैयारी कर रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर घंटों एक अज्ञात स्थान पर बैठाए रखा और गृह मंत्री के जाने के बाद छोड़ा।
उन्होंने कहा कि यही व्यवहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यात्रा के समय भी किया गया था। उन्होंने सरकार पर लोकतंत्र की हत्या, कानून व्यवस्था की अनदेखी, रोजगार के नाम पर छल और चीनी मिलों को चालू न कर पाने जैसे गंभीर आरोप लगाए। माले नेताओं की नजरबंदी पर विपक्षी दलों ने भी प्रतिक्रिया दी है, हालांकि प्रशासन की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है। सोशल मीडिया पर माले नेताओं की तस्वीरें और बयान नजरबंदी की पुष्टि करते हैं।
अगर और छोटा चाहिए तो बताइए, मैं उसे और संक्षिप्त कर देता हूं।
माले नेताओं की नजरबंदी पर जताया विरोध, विपक्ष हुआ मुखर
