श्रीमद्भागवत कथा में डॉ. दास ने हरिनाम का किया महत्व वर्णन

हथुआ प्रखंड के कांधगोपी निवासी भाजपा नेता सुनील सिंह कुशवाहा के आवास पर चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन प्रसिद्ध कथावाचक डॉ. रामाशंकर नाथ दास जी महाराज ने कहा कि भक्ति मार्ग में नाम कीर्तन और नाम जाप सबसे श्रेष्ठ साधन हैं। उन्होंने बताया कि कलियुग में भगवान का नाम ही सबसे सुलभ और प्रभावशाली माध्यम है, जिससे व्यक्ति आध्यात्मिक और भौतिक दोनों सफलता प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने गोस्वामी तुलसीदास और चैतन्य महाप्रभु का उदाहरण देते हुए बताया कि हरि नाम के जाप से सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में शांति आती है। हरि नाम के प्रभाव से जड़ सोच और स्वार्थी प्रवृत्ति समाप्त हो जाती है, और व्यक्ति निःस्वार्थ भाव से समाज सेवा और कर्तव्यों का निर्वहन करता है।
डॉ. दास ने कहा कि कलियुग में श्रीकृष्ण का “कहा” और श्रीराम का “किया” जीवन में अपनाने की आवश्यकता है, तभी जीवन सुखमय और शांतिपूर्ण हो सकता है। इस अवसर पर भाजपा नेता सुनील सिंह कुशवाहा, मुख्य यजमान राधाकृष्ण सिंह, जवाहर सिंह, सुजीत सिंह, पहलवान जी, निर्मल जी समेत हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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