कालाजार जैसी गंभीर बीमारी से बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग की ओर से मांझा प्रखंड के चिन्हित गांवों में एसपी पाउडर के घोल का छिड़काव किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य कालाजार पर प्रभावी नियंत्रण पाना है। छिड़काव के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है, जिनमें कुल 18 कर्मी कार्यरत हैं। प्रत्येक टीम में 6 सदस्य शामिल हैं। टीम-1 का नेतृत्व सुपरवाइजर रामायण सिंह कर रहे हैं, जिनके साथ हरेराम, मीना साह, रामपुकार राम, अमरेश यादव और हरिंदर प्रसाद मिलकर छिड़काव कार्य को अंजाम दे रहे हैं।
हालांकि, स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पहले जब छिड़काव किया जाता था, तो मच्छरों की संख्या में कमी आती थी और बीमारियां भी कम होती थीं। लेकिन अब जो छिड़काव हो रहा है, उससे न तो मच्छरों पर असर पड़ रहा है और न ही कालाजार जैसी बीमारियों में कमी आ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि गांवों में बच्चों और बुजुर्गों में लगातार चमकी बुखार, टायफायड और मलेरिया जैसी बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में ग्रामीणों की मांग है कि सरकार को प्रभावी दवा और छिड़काव सामग्री का उपयोग कराना चाहिए, जिससे मच्छर जनित रोगों पर प्रभावी नियंत्रण हो सके और लोगों का स्वास्थ्य सुरक्षित रह सके।
कालाजार रोकथाम के लिए गांवों में किया जा रहा छिड़काव
