जिले में संचालित सैकड़ों निजी विद्यालयों की मनमानी को लेकर अभिभावकों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। शिक्षा के नाम पर अधिक शुल्क वसूली, हर साल महंगी किताबों का बदलना, और यूनिफॉर्म से लेकर आईडी कार्ड तक पर कमीशन लिया जाना आम हो गया है।
सूत्रों के अनुसार कई स्कूलों में छुट्टी के दिनों का भी शुल्क लिया जाता है, जबकि शिक्षकों का वेतन काट लिया जाता है। कुछ स्कूल तो कागजों में तनख्वाह ज्यादा दिखाकर वास्तव में कम भुगतान करते हैं।
मध्य प्रदेश के भिंड जिले में कलेक्टर द्वारा निजी विद्यालयों के लिए गाइडलाइन तय कर कार्रवाई किए जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसने गोपालगंज के अभिभावकों को भी जागरूक किया है।
अब जिले के लोग जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि गोपालगंज में भी निजी स्कूलों पर नियंत्रण के लिए सख्त गाइडलाइन बनाई जाए, ताकि अभिभावकों और शिक्षकों का शोषण रोका जा सके।