गोपालगंज। जिले के मीरगंज थाना क्षेत्र के पंचफ़ेडा गांव में हुए पूर्व चौकीदार की हत्या मामले में पुलिस ने कांड का उद्भेदन कर दिया है। इस हत्याकांड में शामिल दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। जिससे पुलिस पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया दी है। इस सनसनीखेज हत्याकांड के पीछे अवैध प्रेम संबंध में बाधा बनना प्रमुख कारण बताया जा रहा है
दरअसल इस संदर्भ में हथुआ एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि गोपाल चौधरी की हत्या पूर्व नियोजित साजिश के तहत की गई थी। पूछताछ में दोनो ने अपना जुर्म स्वीकार किया है जिसके निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी और गड़ासा भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक गोपाल चौधरी के घर के ठीक सामने आरोपी हीरालाल यादव की गुमटी है। उसी गुमटी पर गांव की एक विवाहित महिला का अक्सर आना-जाना होता था। हीरालाल और महिला के बीच अवैध संबंध विकसित हो चुके थे, जिसकी भनक गोपाल चौधरी को लग गई थी। उन्होंने सामाजिक दायित्व निभाते हुए दोनों को समझाया और चेतावनी दी, लेकिन आरोपी अपनी हरकतों से बाज नही आए।
इस बीच, दोनों आरोपियों को यह डर सताने लगा कि गोपाल चौधरी उनका भंडाफोड़ कर सकते हैं। इसी डर और दुश्मनी में उन्होंने गोपाल चौधरी को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। घटना के दिन गांव में एक जन्मदिन समारोह चल रहा था, जहां तेज़ डीजे की आवाज़ के बीच पचफेडा गांव निवासी रामदास चौधरी के बेटा हीरालाल चौधरी और शिवजी यादव के बेटा सुनील यादव ने मिलकर गोपाल चौधरी की कुल्हाड़ी और गड़ासा से नृशंस हत्या कर दी। हैरानी की बात यह रही कि वारदात के बाद दोनों आरोपी घटनास्थल पर मौजूद भी रहे और पीड़ित परिवार के साथ सहानुभूति जताते हुए मदद का दिखावा करते रहे। हथुआ एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस इस हत्याकांड के अन्य पहलुओं की भी गंभीरता से जांच कर रही है। यह भी देखा जा रहा है कि कहीं घटना में और कोई व्यक्ति तो संलिप्त नही था।