राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन एवं संयुक्त संघर्ष समिति की केंद्रीय कार्यकारिणी के आह्वान पर बुधवार को पूर्वांचल और दक्षिणांचल के निजीकरण के विरोध में कर्मचारियाें ने अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर दोपहर दो से शाम पांच बजे तक धरना-प्रदर्शन जारी रहा। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि सरकार ने निजीकरण के फैसले को वापस नहीं लिया गया तो संगठन के सदस्य 29 मई से बेमियादी कार्य बहिष्कार पर चले जाएंगे। संगठन के संयोजक एमके सिंह ने कहा कि यदि निजीकरण नहीं रुका तो कर्मचारी जेल भरने के लिए तैयार हैं। वरिष्ठ उपाध्यक्ष अभिषेक मौर्या ने कहा कि सरकार को गलत आंकड़े देकर प्रबंधन निजीकरण करवाना चाहता है। निजीकरण होने से बिजली बिल महंगा हो जाएगा। धरना की अध्यक्षता सह संयोजक सच्चितानंद शुक्ला और संचालन इ अमर प्रसाद ने किया।