स्थानीय थाने के जगदीशपुर गांव के दो जुड़वा बहनों की हत्या के मामले में फरार चल रहे दो आरोपितो ने पुलिसिया दबाव और कुर्की के भय से गुरुवार को न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया।आत्मसमर्पण करने वाले आरोपित थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव के पवन सिंह और पिंटू सिंह बताए जाते है। इसके पहले पुलिस ने त्वरित करवाई करते हुए घटना के साथ ही तीन आरोपितो मालती देवी, सुदामा देवी और प्रियंका देवी को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया है।मृत बच्चियों की मां ने थाने में चार महिला सहित सात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी कराई थी।अब तक इस घटना में शामिल दो आरोपित फरार चल रहे है। थानाध्यक्ष हरेराम कुमार ने बताया कि फरार चल रहे दो आरोपितो को जल्द ही गिरफ्तार कर कोर्ट में प्रस्तुत कर दिया जायेगा। जिसके लिए छापेमारी जारी है।जुड़वा मृत बच्चियों की मां पुष्पा देवी ने प्राथमिकी आरोप लगाया था कि मेरी दो जुड़वा बेटी पांच वर्षीया रिद्धि और रितिका दस फ़रवरी सोमवार को तीन बजे जगदीशपुर प्राथमिक विद्यालय से पढ़कर पैदल अपने घर आ रही थी।उसी दौरान गांव के ही मुनीलाल सिंह और पवन कुमार ने एक साजिश के तहत मेरी दोनों जुड़वा बेटियों को रास्ते में से पकड़ लिया।तथा पकड़कर सरसों के खेत में छुपा दिया। जहां पर पहले से पिंटू सिंह वहां मौजुद थे।उसके बाद से मुनिलाल सिंह ने फोन से प्रियंका देवी,आरती देवी, सुदामा देवी और मालती देवी को बुलाकर मेरे दोनों बेटियों को मुंह में मिटटी ठूस कर निर्मम हत्या कर दिया। चिल्लाने पर गांव के लोग वहां आए तबतक सभी अभियुक्त सरसो के खेत से भाग गए।इसके साथ ही मृत बच्चियों की मां ने यह भी आरोप लगाया है की सभी अभियुक्त जान बूझकर पूर्व के दुश्मनी के कारण मेरी दोनों बेटियां का निर्दयता पूर्वक जान से हत्या कर दिया।पुष्पा देवी ने थाने अपने दोनों जुड़वा बेटियों की हत्या को लेकर मुनिलाल सिंह,पवन कुमार,पिंटू सिंह, प्रियंका देवी,आरती देवी, सुदामा देवी और मालती देवी सहित सात लोगों के विरूद्ध नामजद प्राथमिकी कराई थी ।