उचकागांव प्रखंड के श्यामपुर गांव निवासी प्रखंड शिक्षक और प्रमुख विश्वजीत यादव के पिता अरविंद यादव की हत्या के विरोध में सोमवार शाम को कैंडल मार्च निकाला गया। यह मार्च प्रखंड मुख्यालय स्थित बीआरसी भवन से शुरू होकर उचकागांव चौराहे तक पहुंचा। मार्च का नेतृत्व शिक्षक नेता दाउद अली ने किया। इस दौरान शिक्षक और प्रबुद्ध लोग “अरविंद यादव अमर रहें” और “शिक्षकों का मानसिक दोहन बंद हो” जैसे नारे लगा रहे थे।
शिक्षक नेता दाउद अली ने शिक्षकों पर हो रहे मानसिक दबाव को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि ई-शिक्षा कोष और ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली ने शिक्षकों की समस्याओं को बढ़ा दिया है। इसके कारण शिक्षकों को तनाव झेलना पड़ता है, जिससे कई की जान भी जा चुकी है। उन्होंने सरकार से अपील की कि इस व्यवस्था को तुरंत बंद किया जाए ताकि शिक्षक तनाव मुक्त होकर अपने कार्यों को कर सकें और ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
कैंडल मार्च में उप प्रमुख श्रीकृष्णा सिंह कुशवाहा, पूर्व मुखिया लक्ष्मण चौधरी, पैक्स अध्यक्ष राजू यादव, संतोष यादव, ब्रजेश यादव, और समाजसेवी बसीर अहमद सहित बड़ी संख्या में शिक्षक और स्थानीय लोग उपस्थित रहे। यह कैंडल मार्च शिक्षकों की समस्याओं और उनकी सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण संदेश देने का प्रयास था।
उचकागांव में शिक्षक हत्याकांड विरोध
