देवरिया। उच्च न्यायालय के बाल संरक्षण देखरेख समिति के निर्देशानुसार और जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मनोज कुमार तिवारी ने राजकीय बाल गृह का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि उच्च न्यायालय के आदेशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित किया जाए, ताकि बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके। उन्होंने बाल गृह के प्रभारी अधीक्षक को बच्चों में नैतिक मूल्यों के विकास के लिए विभिन्न गतिविधियों जैसे निबंध लेखन, योग, संगीत, चित्रकला आदि प्रतियोगिताओं का नियमित आयोजन करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान सचिव ने बाल गृह के दस्तावेजों का अवलोकन किया और व्यवस्थाओं को व्यवस्थित रखने पर जोर दिया। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि सर्दी के मौसम को देखते हुए बच्चों के लिए पर्याप्त कंबल और ऊनी कपड़ों की व्यवस्था हो। साथ ही, उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार पुस्तकालय में सभी आवश्यक पुस्तकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का आदेश दिया।
उन्होंने परिसर की स्वच्छता बनाए रखने और बच्चों के खेलने की समुचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। इस निरीक्षण में राजकीय बाल गृह देवरिया के प्रभारी अधीक्षक रामकृपाल समेत अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।