कुचायकोट प्रखंड के बलिवन सागर में स्थित संकट मोचन हनुमान प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के प्रथम वर्षगांठ पर चल रहे सात दिवसीय श्री राम कथा एवं श्री मद भागवत कथा के अंतिम दिन भक्तों की उमड़ती भीड़ ने कार्यक्रम को चार चांद लगा दिए। ढोल-नगाड़ों की धुन पर आचार्य एवं विद्वान पंडितों द्वारा मंगलाचरण किया गया।
मुख्य अतिथि विनय कुशवाहा, विकास शुक्ला, छोटन पांडेय, विश्वजीत गुप्ता, ओमप्रकाश गुप्ता एवं कौशल दुबे ने संयुक्त रूप से फीता काटकर समारोह का शुभारंभ किया। कथावाचक पीताम्बरा पीठ के संगीतमय सरस् कथा प्रवक्ता, परम् पूज्य महर्षि विप्रेन्दु जी महाराज ने भगवान श्री कृष्ण-सुदामा के चरित्र की कथा सुनाई, जिससे श्रोताओं में भाव-विभोरता फैल गई। महर्षि विप्रेन्दु जी ने कहा कि श्री कृष्ण-सुदामा के जीवन से मानव को महत्वपूर्ण सीख मिलती है।
श्री धाम काशी से आये कथावाचक आचार्य पंडित शिव शंकर शास्त्री जी महाराज, कथा संचालक आचार्य पं. मनिष मिश्र जी महाराज, संत महंथ बैरागी बाबा एवं संत शिरोमणि श्री श्री 108 श्री बाल कृष्ण जी महाराज द्वारा महाआरती की गयी। हवन के साथ कथा का समापन हुआ और प्रसाद व भंडारे में भक्तों की भारी भीड़ जम गई।
इस भव्य आयोजन में आशुतोष पांडेय उर्फ छोटन पांडेय, विश्वजीत गुप्ता, ओमप्रकाश गुप्ता, कौशल दुबे, कन्हैया शुक्ला, उमेश चौरसिया, उपेंद्र रौनियार, अंकुश कुशवाहा, निरज तिवारी, इंद्रजीत गुप्ता, मृत्युंजय पांडेय, श्यामजी यति, राजकिशोर गिरी, धर्मेंद्र गुप्ता, रामेश्वर गुप्ता, प्रेम गुप्ता, शिवकुमार गिरी एवं विंदा साह समेत सैकड़ों भक्तों ने आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
संकट मोचन महोत्सव में कथा, भक्तों की उमड़ी भीड़
