देवरिया: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देवरिया की पहल पर एक अलग हो चुका दंपती फिर से एक हो गया। वैवाहिक जीवन के वचनों का स्मरण कराकर न सिर्फ रिश्ते में आई खटास दूर की गई, बल्कि दोनों को नए जीवन की शुभकामनाओं के साथ विदाई दी गई।
यह मामला सिमरन खातुन बनाम अरबाज खान का था, जो कि थाना तरकुलवा क्षेत्र से संबंधित है। दोनों की शादी मुस्लिम रीति-रिवाज से सम्पन्न हुई थी और तीन बच्चों के माता-पिता हैं। कुछ समय बाद रिश्ते में शंका और मनमुटाव के चलते दोनों अलग-अलग रहने लगे।
दिनांक 05 अप्रैल 2025 को सिमरन खातुन का एक प्रार्थना पत्र थानाध्यक्ष तरकुलवा के माध्यम से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देवरिया को प्राप्त हुआ। जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष देवेन्द सिंह के मार्गदर्शन में, सचिव/अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी के नेतृत्व में, और मध्यस्थ अरविन्द कुमार पाण्डेय के सहयोग से दोनों पक्षों की बैठक कराई गई।
वार्ता के दौरान दोनों को पारिवारिक जिम्मेदारियों, बच्चों के प्रति कर्तव्यों और वैवाहिक जीवन के मूल्यों का बोध कराया गया। बातचीत के बाद दोनों ने स्वेच्छा से साथ रहने की सहमति जताई।
सचिव मनोज कुमार तिवारी ने कहा – “परिवार ही असली पूंजी है, और माता-पिता सबसे अमूल्य धन। जब परिवार साथ होता है, तो हर खुशी दोगुनी हो जाती है।” इसी सोच के साथ दोनों को पुनर्मिलन की शुभकामनाओं के साथ विदा किया गया।