यहां बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की 15 साल की एक लड़की के साथ कई लोगों ने मिलकर गलत हरकत की। बताया जा रहा है कि 10 अप्रैल की शाम वह घर से सब्जी लेने गई थी, लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटी। घरवालों ने पूरी रात उसे ढूंढा, लेकिन अगली सुबह जब वह घर पहुंची तो उसने जो बताया, वो बेहद डराने वाला था।
लड़की ने अपनी मां को बताया कि जब वह बाजार से लौट रही थी, तभी रास्ते में एक गाड़ी आई जिसमें धीरेंद्र सिंह का बेटा सिद्धांत कुमार और छोटू कुमार नाम के दो युवक थे। उन्होंने उसका मुंह दबाकर जबरन गाड़ी में बैठा लिया और एक पेट्रोल पंप के पास ले जाकर उसे बेहोश कर दिया। होश में आने पर लड़की ने खुद को एक गाड़ी में पाया, जहां एक और अजनबी व्यक्ति ने भी उसके साथ गलत किया। इसके बाद उसे किसी घर में ले जाया गया और रातभर वहीं रखा गया। अगले दिन सुबह करीब 9 बजे उसे फैक्ट्री के पास छोड़ दिया गया, जहां से वह किसी तरह पैदल चलकर घर लौटी।
लड़की के पिता ने भी बताया कि उनकी बेटी ने बताया कि आरोपी उसे कुछ दिनों तक और अपने पास रखने की बात कर रहे थे और हत्या की भी योजना बना रहे थे। लेकिन जब उसने हाथ जोड़कर छोड़ देने की गुहार लगाई और किसी को कुछ न बताने का वादा किया, तब जाकर उसे छोड़ा गया।
लड़की ने जिन चार लोगों पर आरोप लगाया है, उनमें से तीन की पहचान – सिद्धांत सिंह, पंकज सिंह और छोटू सिंह के रूप में की गई है, जबकि एक व्यक्ति अज्ञात है।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। जिस गाड़ी का उपयोग किया गया, उसे जब्त कर लिया गया है। एफएसएल की टीम जांच कर रही है, मेडिकल जांच और बयान भी हो चुका है। चार लोगों की भूमिका सामने आई है, और अन्य की पहचान होते ही कार्रवाई की जाएगी।
नाबालिग से गैंगरेप, चार आरोपियों की तलाश जारी
