सलेमपुर। नौशाद की हत्या के बाद रजिया के प्रेमी भांजे रोमान और उसका दोस्त हिमांशु घर से शव लेकर दूसरे जिला में ठिकाने लगाने के लिए निकले थे, मगर दोनों लग्न के चलते घबरा गए।
भागलपुर जाने की बजाय तरकुलवा क्षेत्र की ओर निकल पड़ेे। लगातार दो घंटे वाहन चलने के बाद भोर होते देख और कुशीनगर सीमा क्षेत्र के भ्रम में महज 12 किमी पहले तरकुलवा क्षेत्र में आनन फानन में शव भरा ट्रॉली बैग दिया। , जबकि नौशाद की पत्नी रजिया का इरादा था कि भागलपुर नदी के बलिया जिले में फेंक कर साक्ष्य मिटा दिया जाए।नौशाद की पत्नी रजिया प्रेम में इस कदर पागल थी कि उसने 19 अप्रैल की रात अपने सुहाग को खुद ही उजाड़ दिया।
चर्चा है कि घर से निकलने के बाद रोमान और हिमांशु की मति इस कदर भ्रमित हुई कि कुशीनगर जिले के कसया की तरफ निकल गए कि दूसरे जिले में शव मिलने पर पुलिस के हाथ उन तक आसानी से नहीं पहुंचे पाएंगे।
कयास लगाया जा रहा है कि घबराहट में दोनों ने अपने ही जिले के तरकुलवा क्षेत्र पकड़ी छापर पठखौली में गांव के बाहर सुनसान जगह पर शव फेंक दिया।
उजाला होने के चलते दोनों इतनी तेजी में रहे कि पहचान के लिए सबूत छोड़ दिए। इसका नतीजा यह रहा कि 12 घंटे के अंदर ही पुलिस मामले की तह तक आसानी से पहुंच गई।