थावे बाजार निवासी काशीनाथ गुप्ता के बेटे सुनील हमेशा की तरह मोहम्मदपुर, बरौली और सिधवलिया से बकाया वसूली कर बाइक से घर लौट रहे थे। लेकिन किसे पता था कि आज का सफर उनकी जिंदगी का आखिरी सफर बन जाएगा।
रात के सन्नाटे में अचानक कुछ अज्ञात हमलावरों ने उन्हें घेर लिया और सीधे सीने पर चाकू से वार कर दिया। लहूलुहान सुनील को स्थानीय लोगों ने किसी तरह सदर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज में लापरवाही के आरोपों के बीच उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि समय पर सही इलाज मिलता तो सुनील आज जीवित होते।
इस वारदात के बाद व्यापारियों में उबाल है। थावे बाजार बंद का ऐलान कर दिया गया है। पुलिस छानबीन में जुटी है, सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। मगर सवाल वही – आखिर किसने और क्यों ली सुनील की जान? आपसी रंजिश या लूटपाट? फिलहाल, इलाके में मातम पसरा है और लोग एक सवाल के साथ जी रहे हैं – “अब हमारी सुरक्षा कौन करेगा?”