जगदीशपुर गांव के सरस्वती विद्या मंदिर इंटरमीडिएट कॉलेज में रविवार का दिन कुछ खास था। आमतौर पर पढ़ाई-लिखाई में डूबे रहने वाले छात्र जब फूल-मालाओं से लदे दिखे, तो हर कोई चौंक गया। वजह थी – वार्षिक परीक्षा में टॉप करने वाले छात्रों का भव्य सम्मान।
प्रबंधक अरुण कुमार सिंह ने इन होनहारों को फूलों की माला पहनाई, मिठाई खिलाई और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं। कक्षा दसवीं में कार्तिकेय शाह ने 87% अंकों के साथ बाजी मारी, वहीं वारिस अली, स्वेता सिंह, गोलू यादव और सोनू यादव ने भी शानदार प्रदर्शन किया। इंटरमीडिएट में काजल यादव, किरण यादव और अन्य छात्राओं ने अपने परिश्रम से कॉलेज का नाम रोशन किया।
कॉलेज के प्राचार्य नितेश यादव ने छात्रों को स्नेह और आशीर्वाद के साथ यह सीख दी – “जीत का जश्न मनाओ, लेकिन मंजिल अभी बाकी है।”
वाकई, जिस तरह से छोटे-छोटे गांवों से निकलकर ये बच्चे बड़े सपनों की ओर कदम बढ़ा रहे हैं, सवाल यही उठता है – “कौन जाने, अगला डॉक्टर, इंजीनियर या नेता इन्हीं में से कोई हो?”