बिजली विभाग की लापरवाही भरी कारनामा का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. बिजली विभाग ने थाना क्षेत्र के पुरेंद्र बथुआ गांव निवासी एक मामूली किसान उदय कुमार चौहान को दो महीने का 32 लाख रुपये का बिजली बिल भेजा गया है. इतनी बड़ी राशि का बिल देखकर किसान काफी परेशान हो गया है. पिछले तीन दिनों से पावर सब स्टेशन का चक्कर लगा रहा है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. पीड़ित किसान उदय कुमार चौहान के अनुसार उसका एक छोटा सा करकट नुमा घर है. जिसमें केवल दो पंखे चलते हैं और एक मोबाइल चार्ज होता है. इसके अलावा कोई भारी उपकरण नहीं है, फिर भी इतनी बड़ी रकम का बिजली बिल भेज दिया जाना सदमे में डाल दिया है. उपभोक्ता उदय कुमार ने बताया कि उन्होंने 23 जनवरी 2025 को अपना पिछले माह का बिजली बिल चुका दिया था. इसके बावजूद दो महीनों का 32 लाख रुपये का नया बिल भेजकर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है. उपभोक्ता उदय कुमार ने कहा कि जब उसने पावर सब स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज करानी चाही तो अधिकारी लगातार उसे इधर-उधर दौड़ाते रहे. कोई सही जवाब नहीं दे रहा है और ना ही बिल को ठीक कराने की दिशा में कोई कार्रवाई की जा रही है. किसान का आरोप है कि बिजली विभाग के अधिकारी उसे कभी विभागीय कार्यालय तो कभी दूसरे कर्मचारियों के पास भेजते हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है. पीड़ित किसान ने कहा कि वह एक साधारण किसान है और इतनी बड़ी राशि का भुगतान कर पाना उसके लिए असंभव है. अब वह बिजली कटने और कानूनी कार्रवाई के डर से रात-दिन परेशान है. उपभोक्ता उदय कुमार ने उच्च अधिकारियों से मामले में तत्काल संज्ञान लेकर उचित समाधान की मांग की है ताकि उसे इस बेवजह की परेशानी से छुटकारा मिल सके. स्थानीय ग्रामीणों ने भी बिजली विभाग के इस रवैये पर नाराजगी जताई है. ग्रामीणों का कहना है कि विभाग की लापरवाही से आम उपभोक्ताओं को बेवजह मानसिक तनाव झेलना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने भी प्रशासन से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए और पीड़ित किसान को राहत दी जाए।