देवरिया।
शहर के उमानगर निवासी दिलीप कुमार जायसवाल, जो जलकर रोड पर जायसवाल मेडिकल एजेंसी चलाते हैं, उनके साथ एक दवा कंपनी और ट्रांसपोर्ट एजेंसी द्वारा बड़ी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है।
दिलीप जायसवाल ने टोरेंट फार्मा लिमिटेड को 13 फरवरी को ईमेल के जरिए दवाओं का ऑर्डर दिया। कंपनी ने अगले दिन तीन गत्तों में दवाएं भेजने की सूचना दी और साथ ही इनवॉयस और ट्रांसपोर्ट डिटेल भी साझा की।
18 फरवरी को जब गत्ते खोले गए, तो उनमें दवाओं की बजाय कूड़ा-करकट और एक्सपायरी सीरप निकली।
जब कंपनी और ट्रांसपोर्ट एजेंसी से संपर्क किया गया, तो दोनों ने जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया।
जब दिलीप ने तीन लाख छह हजार रुपये का चेक स्टॉप कराने की बात की, तो कंपनी की ओर से ब्लैंक चेक से भुगतान वसूलने की धमकी दी गई।
प्राथमिकी दर्ज न होने पर पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की।
अब एएसपी के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने टोरेंट फार्मा लखनऊ, नवरंग ट्रांसपोर्ट के संजय अग्रवाल और मौर्या रोड लाइंस के राजेंद्र मौर्या के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कोतवाल दिलीप सिंह ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।