गोपालगंज: मीरगंज थाना क्षेत्र के पावर हाउस के पास रिटायर्ड फौजी सतेंद्र सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने 72 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल मुख्य आरोपी राजकिशोर पंडित को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि साजिशकर्ता शेख अलीमुल्लाह उर्फ ठेकेदार और उसके बेटे शाहनवाज आलम, सरफराज आलम समेत अन्य आरोपी अब भी फरार हैं।
सीवान जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के गौसीहाता गांव निवासी राजकिशोर पंडित को गोपालगंज पुलिस की एसआईटी टीम ने झारखंड और उत्तर प्रदेश के कई ठिकानों पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि टाइल्स व्यवसायी नयन प्रसाद और राजकिशोर पंडित के बीच विवादित जमीन को लेकर लंबे समय से तनातनी चल रही थी।
एसपी अवधेश दीक्षित के अनुसार, शेख अलीमुल्लाह उर्फ ठेकेदार ने इस हत्याकांड की पूरी साजिश रची थी। उनके बेटों ने 2 फरवरी को दिनदहाड़े मीरगंज पावर हाउस के पास रिटायर्ड फौजी सतेंद्र सिंह और टाइल्स व्यवसायी नयन प्रसाद पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। इस हमले में सतेंद्र सिंह की मौत हो गई, जबकि नयन प्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गए।
- टाइल्स व्यवसायी नयन प्रसाद विवादित जमीन की खरीद-बिक्री और जबरन कब्जा करवाने का काम करता था।
- बड़हरिया थाना क्षेत्र में विवादित जमीन को लेकर पहले भी हत्या हो चुकी थी।
- हत्याकांड को अंजाम देने के लिए गौसीहाता में अपराधियों ने कई बार रेकी की थी।
- अपराधियों को हथियार सप्लाई करने वाले गिरोह की पहचान कर ली गई है, जल्द ही गिरफ्तारी होगी।
इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड शेख अलीमुल्लाह उर्फ ठेकेदार, उसके बेटे शाहनवाज आलम, सरफराज आलम समेत अन्य अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इनकी तलाश में झारखंड और उत्तर प्रदेश में छापेमारी जारी है। गोपालगंज और सीवान पुलिस की संयुक्त एसआईटी टीम ने 72 घंटे के भीतर इस मामले का खुलासा कर दिया है। एसपी अवधेश दीक्षित ने कहा कि जल्द ही सभी फरार अपराधियों की गिरफ्तारी होगी और उन्हें कड़ी सजा दिलाई जाएगी।