महर्षि देवराहा बाबा स्वशासी मेडिकल कॉलेज, देवरिया में वायु प्रदूषण से होने वाली बीमारियों और उनके बचाव पर आधारित सतत चिकित्सा शिक्षा (CME) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर क्षेत्र के अनेक चिकित्सकों, विशेषज्ञों और मेडिकल छात्रों ने भाग लेकर वायु प्रदूषण से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।
कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल द्वारा किया गया। अपने उद्घाटन संबोधन में उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या है, जिससे हर व्यक्ति प्रभावित हो सकता है। इसके प्रभाव से बचने और प्रदूषण को कम करने के लिए सभी को जागरूक होना चाहिए। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के प्रति जनभागीदारी पर भी जोर दिया।
मुख्य सत्र में लंग केयर फाउंडेशन के संस्थापक एवं ट्रस्टी तथा डॉ. बी. सी. रॉय पुरस्कार विजेता डॉ. अरविंद कुमार ने वायु प्रदूषण के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों एवं उनसे बचाव के उपायों की जानकारी दी। वहीं, प्रबंधन सलाहकार एवं लेखक डॉ. राजीव खुराना ने चुनौतीपूर्ण मामलों के प्रबंधन एवं उपलब्ध आधुनिक उपचार विधियों पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार बरनवाल और डॉ. अनुराग शुक्ला ने सभी विशेषज्ञों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए वायु प्रदूषण के प्रभावी नियंत्रण एवं उन्मूलन के लिए प्रतिबद्धता दोहराई।
इस अवसर पर वरिष्ठ चिकित्सकों में डॉ. एच. के. मिश्रा (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक), डॉ. सिराजुद्दीन अंसारी, डॉ. इकबाल अहमद, डॉ. जमाल हैदर, डॉ. जयंत राय, डॉ. मृतुंजय पांडेय, डॉ. अरुणेश, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. आर. श्रीवास्तव, डॉ. जफर अनीस, डॉ. प्रकाश कुमार, डॉ. पवन त्रिवेदी, डॉ. सरफराज सिद्दीकी, डॉ. सुमित चौधरी, डॉ. संजय गुप्ता, डॉ. संजीव अग्रवाल, डॉ. बरेस नागरथ, डॉ. स्वेता सिंह, डॉ. प्रियंका राय, डॉ. पूनम बाला, डॉ. सुरुचि, डॉ. अखिलेश त्रिपाठी, डॉ. विकास मित्तल और डॉ. सौरभ बरनवाल सहित कई चिकित्सकों की उपस्थिति रही।
सभी विशेषज्ञों ने वायु प्रदूषण से बचाव, उसके दुष्प्रभाव और जनमानस में जागरूकता बढ़ाने की दिशा में सामाजिक सहभागिता के महत्व पर बल दिया। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन एवं भविष्य में सहयोग के संदेश के साथ किया गया।