गोपालगंज जिले के थावे थाना क्षेत्र के लोहरपट्टी गांव में महाराष्ट्र पुलिस ने स्थानीय थाना पुलिस की मदद से साइबर फ्रॉड की आरोपी महिला को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार महिला पर पुणे के साइबर थाने में चार करोड़ छः लाख रुपए की ठगी का मामला दर्ज है। महिला की पहचान सानिया उर्फ गुड़िया सिद्दीकी के रूप में हुई है।
साइबर ठगी का मामला
सदर एसडीपीओ प्रांजल कुमार ने बताया कि सानिया उर्फ गुड़िया सिद्दीकी को पूछताछ के बाद महाराष्ट्र पुलिस को सौंप दिया गया है। आरोपी महिला ने न्याति इंजीनियर्स एंड कंसल्टेंट्स नामक कंपनी से चार करोड़ छः लाख रुपए की ठगी की थी। कंपनी के जीएम सागर जयंतीलाल बोरा ने पुणे साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।
पहले भी गिरफ्तार हुई थी, लेकिन फरार हो गई थी
जांच में पता चला कि 21 फरवरी 2024 को महाराष्ट्र पुलिस ने सानिया को हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था। हालांकि, दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन से पुणे ले जाते समय वह हथकड़ी सरकाकर फरार हो गई थी। इस घटना के बाद एक अधिकारी समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था।
फरार होने के बाद गोपालगंज में ली शरण
पुलिस के अनुसार, ट्रेन से फरार होने के बाद सानिया ने गोपालगंज के थावे थाना क्षेत्र के लोहरपट्टी गांव में शरण ली थी। पुलिस का कहना है कि सानिया उर्फ गुड़िया उर्फ सोफिया सिद्दीकी एक शातिर साइबर अपराधी है। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसे महाराष्ट्र पुलिस की टीम कड़ी सुरक्षा में पुणे ले गई।
साइबर ठगी का तरीका
थावे थानाध्यक्ष धीरज कुमार ने बताया कि आरोपी महिला और उसके गिरोह ने न्याति ग्रुप के मैनेजर को झांसे में लेकर सात अलग-अलग बैंक खातों में रकम जमा कराई। इनमें से एक खाता सानिया का था। जांच के बाद महिला की भूमिका स्पष्ट होने पर उसे गिरफ्तार किया गया।
पिछला जीवन
जानकारी के अनुसार, सानिया ने सीवान जिले के नुरुहाता गांव में प्रेम विवाह किया था, लेकिन तलाक के बाद वह साइबर ठगी में सक्रिय हो गई। दिल्ली में उसने साइबर ठग गिरोह का हिस्सा बनकर ठगी शुरू की।
पुलिस की कार्रवाई जारी
महाराष्ट्र और गोपालगंज पुलिस अब सानिया के गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
गांव वालों की राय
गांव वालों के अनुसार, सानिया तीन बहन और एक भाई है। उसने मैट्रिक तक पढ़ाई की थी। उसके पिता की मृत्यु पहले ही हो चुकी है, और मां वृद्ध है। शादी के बाद उसने अपने ससुराल जाने के बजाय ठगी के रास्ते को चुना।
अंतिम निष्कर्ष
पुलिस का कहना है कि सानिया एक संगठित साइबर ठगी गिरोह की सक्रिय सदस्य है। उसके गिरोह ने न्याति ग्रुप के मैनेजर को फर्जी मैसेज भेजकर ठगी की थी। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।