हथुआ। मीरगंज स्थित बंद पड़ी हथुआ चीनी मिल के समीप बियाडा (BIADA) द्वारा भूमि पर चहारदीवारी निर्माण कार्य को लेकर मंगलवार को किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में हथुआ प्रखंड के जिगना राजघाट और बदरजीमी गांव के किसान शामिल थे।
क्या है मामला?
किसानों का आरोप है कि जिस जमीन पर बियाडा चहारदीवारी का निर्माण कर रहा है, वह उनकी पुश्तैनी जमीन है। किसानों ने दावा किया कि यह भूमि वर्षों से उनकी खेती के उपयोग में रही है, और इस पर बिना उनकी अनुमति के कोई निर्माण कार्य नहीं होने दिया जाएगा।
विरोध प्रदर्शन का विवरण:
मंगलवार की दोपहर, दर्जनों किसान निर्माण स्थल पर पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन करने लगे। किसानों ने निर्माण कार्य रोकने की मांग करते हुए नारेबाजी की। उनका कहना था कि इस मामले में बिना किसी चर्चा या सहमति के बियाडा द्वारा कार्य शुरू किया गया है, जो उनके अधिकारों का उल्लंघन है।
प्रशासन की कार्रवाई:
प्रदर्शन की सूचना मिलते ही हथुआ एसडीओ अभिषेक कुमार चंदन, एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता, और मीरगंज थानाध्यक्ष किशोरी चौधरी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने किसानों को समझाने का प्रयास किया और उन्हें शांत कराया।
समस्या समाधान का आश्वासन:
एसडीओ अभिषेक कुमार चंदन ने किसानों को आश्वस्त किया कि उनका एक प्रतिनिधिमंडल डीएम से मिलकर अपनी समस्याओं को रखेगा। इस आश्वासन के बाद किसानों ने प्रदर्शन समाप्त किया और वापस लौट गए।
किसानों की मांग:
किसानों ने प्रशासन से स्पष्ट रूप से कहा है कि उनकी भूमि का उचित मुआवजा या कानूनी अधिकार सुनिश्चित किए बिना कोई निर्माण कार्य नहीं किया जाए।
प्रशासन की नजर:
प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया है और किसानों के साथ बातचीत कर समाधान निकालने का भरोसा दिलाया है। इसके साथ ही निर्माण कार्य फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
यह घटना किसानों और प्रशासन के बीच समन्वय की आवश्यकता को रेखांकित करती है, ताकि भूमि विवाद का हल शांतिपूर्ण तरीके से निकाला जा सके।
हथुआ चीनी मिल के पास चहारदीवारी निर्माण को लेकर किसानों का प्रदर्शन
