कुचायकोट प्रखंड के सिपाया ढाला में अंचल कार्यालय द्वारा नौ गरीब परिवारों को अतिक्रमण हटाने का नोटिस जारी करने के बाद गुरुवार को भाकपा माले के नेतृत्व में जोरदार विरोध प्रदर्शन हुआ। इस नोटिस से प्रभावित परिवारों में संजय साहनी, रुस्तम साहनी, शमी मुख्तार, नज़ीर हुसैन, भोला मियां, हबीब मियां, मोहित मियां और ललन दुबे शामिल हैं।
प्रदर्शन की शुरुआत दियर विजयपुर से हुई, जो पॉलिटेक्निक कॉलेज होते हुए सिपाया ढाला बाजार तक पहुंची। सैकड़ों की संख्या में जुटे प्रदर्शनकारियों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। भाकपा माले नेता नंदेश्वर राम ने कहा, “इंदिरा आवास में रहने वाले गरीबों को अतिक्रमणकारी कहना शर्मनाक है। यदि प्रशासन ने नोटिस वापस नहीं लिया तो बड़ा आंदोलन होगा।”
मार्च में शामिल मुन्ना शर्मा, रविंद्र राम, शारदा देवी और विजय साहनी जैसे नेताओं ने प्रशासन पर गरीबों के अधिकारों की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने मांग की कि नोटिस को तुरंत रद्द किया जाए और प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की व्यवस्था की जाए।
क्या प्रशासन गरीबों की इस पुकार को सुनेगा? भाकपा माले का यह प्रतिरोध मार्च क्षेत्र में गरीबों के अधिकारों की लड़ाई को नई दिशा दे सकता है। जनता अब प्रशासन के अगले कदम पर नजर गड़ाए हुए है।
गरीबों के आशियानों पर अतिक्रमण का आरोप, भाकपा माले का विरोध प्रदर्शन
