गोपालगंज: नगर थाना क्षेत्र के भीतभेरवा गांव निवासी अफसर अली ने आखिरकार कुर्की-जप्ती की कार्रवाई के डर से कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस आरोपी के घर कुर्की की कार्रवाई करने ही वाली थी, लेकिन इससे पहले ही आरोपी ने कोर्ट पहुंचकर सरेंडर कर दिया, जिससे कुर्की की प्रक्रिया रुक गई।
क्या है मामला?
आरोपी अफसर अली, जो भीतभेरवा गांव के स्वर्गीय आस मोहम्मद का पुत्र है, पर एक गंभीर मामला दर्ज था। वह लंबे समय से फरार चल रहा था, और पुलिस उसे पकड़ने में नाकाम रही थी। न्यायालय ने आरोपी के खिलाफ कुर्की-जप्ती का आदेश जारी कर दिया था।
पुलिस की कार्रवाई का असर
जैसे ही पुलिस कुर्की करने की तैयारी में जुटी, आरोपी को इसकी भनक लग गई। यह सुनते ही अफसर अली ने न्यायालय का रुख किया और आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुर्की की प्रक्रिया आरोपी पर दबाव डालने के लिए एक कारगर कदम साबित हुई।
गांव में चर्चा का माहौल
इस घटना के बाद भीतभेरवा गांव में चर्चा तेज हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि कुर्की की कार्रवाई से बचने के लिए आत्मसमर्पण करना ही आरोपी का आखिरी विकल्प था। वहीं, पुलिस का कहना है कि न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए आरोपी पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
क्या इससे अन्य फरार आरोपी होंगे सतर्क?
इस घटना ने फरार चल रहे अन्य आरोपियों के लिए भी एक संदेश दिया है। कुर्की-जप्ती जैसी सख्त कार्रवाई का डर अपराधियों को कानून के सामने आने पर मजबूर कर सकता है।
अब देखना यह है कि न्यायालय में आरोपी के खिलाफ आगे क्या फैसला लिया जाता है और इस कदम से अन्य मामलों पर क्या असर पड़ता है।
गोपालगंज: कुर्की-जप्ती के डर से आरोपी ने कोर्ट में किया आत्मसमर्पण
