उचकागांव थाना क्षेत्र के मनबोध परसौनी गांव के अमित कुमार ठाकुर और जमसड गांव की संध्या कुमारी के बीच पिछले दो सालों से जारी वैवाहिक विवाद को महिला हेल्प डेस्क ने सुलझा दिया। यह विवाद इतना बढ़ चुका था कि शादी टूटने के कगार पर पहुंच गई थी।
तीन साल पहले हुई शादी के बाद दोनों का एक बेटा भी है, लेकिन पति-पत्नी के बीच आपसी मतभेद के चलते संध्या दो साल से मायके में रह रही थी। पति, जो विदेश में रहकर कमाता था, न तो पत्नी से संपर्क रखता था और न ही कोई आर्थिक सहायता भेजता था। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि ससुराल वालों ने विवाहिता को उपहार में मिले फर्नीचर और अन्य सामान तक मायके भिजवा दिया।
इस विवाद के समाधान के लिए विवाहिता ने पहले परिवार न्यायालय का सहारा लिया, लेकिन जब कोई हल नहीं निकला, तो उसने एसपी अवधेश दीक्षित को लिखित शिकायत दी। एसपी ने मामले की जांच का निर्देश देते हुए इसे महिला हेल्प डेस्क को सौंपा।
महिला हेल्प डेस्क प्रभारी सह दरोगा स्वीटी कुमारी ने दोनों पक्षों को थाने में बुलाकर उनकी बातें सुनीं। सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों के बीच सुलह का प्रयास किया गया, जिसमें उनके गिले-शिकवे दूर हो गए। प्रभारी ने सख्त निर्देश देते हुए पति को पत्नी और बेटे की जिम्मेदारी निभाने के लिए कहा।
सुलह के बाद अमित कुमार ठाकुर ने अपनी पत्नी और बेटे को समान सहित ससुराल ले जाने का फैसला किया। महिला हेल्प डेस्क ने दोनों पक्षों से लिखित बांड भरवाकर उन्हें थाने से खुशी-खुशी विदा किया।
इस मामले ने एक बार फिर महिला हेल्प डेस्क की भूमिका को अहम साबित किया है, जहां टूटते रिश्ते को सुलझाकर परिवार को एकजुट किया गया।
महिला हेल्प डेस्क ने टूटे रिश्ते को जोड़ा, पति-पत्नी में सुलह
