मांझागढ़: समेकित बाल विकास परियोजना के तहत प्रखंड में कुल 250 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहे हैं, लेकिन इनमें से 152 केंद्र अब भी किराए के मकानों में चल रहे हैं। इन केंद्रों में बुनियादी सुविधाओं की कमी है, जिससे छोटे बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रखंड में केवल 98 आंगनबाड़ी केंद्रों के पास अपना सरकारी भवन है, जबकि बाकी केंद्रों को या तो विद्यालयों में टैग किया गया है या किराए के मकानों में संचालित किया जा रहा है। किराए के मकानों में संचालित केंद्रों में शौचालय एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है।
इस संबंध में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी श्वेता कुमारी ने बताया कि सरकारी भवन की कमी को दूर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जिन आंगनबाड़ी केंद्रों के पास अपना भवन नहीं है, वहां के जनप्रतिनिधियों से भूमि उपलब्ध कराने की मांग की जाएगी ताकि केंद्रों को स्थायी भवन मिल सके।