देवरिया : मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पाण्डेय की अध्यक्षता में विकास भवन के गांधी सभागार में जनपद स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। बैठक में बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा) के लक्षण, बचाव और नियंत्रण के उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि बर्ड फ्लू एक अत्यंत संक्रामक पशुजन्य रोग है, जो पक्षियों की अधिकांश प्रजातियों को प्रभावित करता है। यह रोग पक्षियों से मनुष्यों और अन्य पशुओं में भी फैल सकता है।
प्रमुख लक्षण:
- अचानक मृत्यु दर में वृद्धि।
- आंखों में सूजन और कलगी का नीला होना।
- मल का हरा-पीला रंग।
- पैरों में रक्त के थक्के जमना।
- अंडा उत्पादन का रुक जाना।
जनपद में वर्तमान स्थिति
जिले में 180 लेयर कुक्कुट प्रक्षेत्र और 350 ब्रायलर प्रक्षेत्र सक्रिय हैं। इन प्रक्षेत्रों में लगभग 13 लाख पक्षी संरक्षित हैं।
सतर्कता और कार्ययोजना
- टास्क फोर्स गठन:
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय टास्क फोर्स का गठन। - टीमें बनाई गईं:
- रैपिड रिस्पांस टीम।
- कलिंग टीम।
- टीकाकरण टीम।
- निगरानी व्यवस्था:
- कुक्कुट फार्मों का नियमित निरीक्षण।
- सीरम और स्वैब नमूनों की जांच।
- सुविधाएं उपलब्ध:
- स्प्रे मशीनें।
- पीपीई किट।
- फेस मास्क।
नोडल अधिकारी और संपर्क विवरण
- नोडल अधिकारी: डॉ. उपेंद्र कुमार सिंह।
- संपर्क नंबर: 9415833790।
जनता को घबराने की आवश्यकता नहीं है। जिले में बर्ड फ्लू का कोई मामला अब तक सामने नहीं आया है। बैठक में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन), जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।