गोपालगंज जिले के कुचायकोट प्रखंड में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। सनातन सेवा संस्थान के बैनर तले बलिवन सागर, विनोद मटिहनिया और आसपास के गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों ने बांग्लादेश के प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस के खिलाफ नारेबाजी की और पुतला दहन किया।
प्रदर्शन की शुरुआत और मांगें
विरोध प्रदर्शन विनोद मटिहनिया से शुरू होकर बलिवन रायमल होते हुए बलिवन बाजार तक पहुंचा। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर “प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस मुर्दाबाद” के नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने मोदी सरकार से मांग की कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं और पीड़ित हिंदू समुदाय को सुरक्षा दी जाए।
नेताओं और प्रमुख लोगों की भूमिका
प्रदर्शन में सनातन सेवा संस्थान के सदस्य और स्थानीय ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रदर्शन का नेतृत्व दुर्गेश कुमार गिरी, पंडित शिव शंकर शास्त्री, नीरज कुमार तिवारी, पूर्व बीडीसी प्रतिनिधि कृष्णा चौहान, और राजू पांडेय ने किया। अन्य प्रमुख नामों में अनूप कुमार गिरी, ललन कुमार गिरी, सुनील गिरी, विशाल कुमार यादव, सूरज गिरी, और विष्णु गुप्ता शामिल रहे।
ग्रामीणों का संदेश
प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश सरकार पर हिंदुओं के खिलाफ हिंसा रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे को उठाने की मांग की। उनका कहना है कि यह न केवल हिंदू समुदाय के लिए बल्कि मानवता के लिए भी गंभीर चिंता का विषय है।
क्या आगे होगा?
यह विरोध प्रदर्शन ग्रामीणों के बढ़ते आक्रोश का संकेत है। अब देखना होगा कि मोदी सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाते हैं।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ कुचायकोट में विरोध प्रदर्शन, ग्रामीणों ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
