विजयीपुर प्रखंड प्रमुख चंदा सिंह के खिलाफ सोमवार को न्यायालय के आदेश के तहत कड़ी सुरक्षा के बीच अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान हुआ। मतदान में 10 मत अविश्वास के पक्ष में और 8 मत विश्वास के पक्ष में पड़े, जिसके परिणामस्वरूप चंदा सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया। हालांकि, उपप्रमुख मनोज साह अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहे।
पृष्ठभूमि:
इससे पहले 27 अगस्त 2024 को आयोजित विशेष बैठक को न्यायालय के आदेश और पंचायती राज विभाग के निर्देश पर अमान्य घोषित कर दिया गया था। इस विवाद के चलते चंदा सिंह प्रमुख पद पर बनी रहीं। चंदा सिंह बाहुबली विजय सिंह की पत्नी हैं और पूर्व में जिला परिषद अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।
प्रमुख पद की नई दावेदार:
वर्तमान राजनीतिक समीकरणों में कैलाशी देवी को प्रमुख पद के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा है। उन्हें क्षेत्र पंचायत सदस्यों, पूर्व मुखिया संजय साह, पूर्व प्रमुख निरुपमा सिंह, और जदयू प्रखंड अध्यक्ष नितेंद्र राय सहित अन्य नेताओं का समर्थन प्राप्त है। अब चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तारीख की घोषणा का इंतजार है।
अविश्वास प्रस्ताव के दौरान उपस्थिति:
इस अवसर पर जदयू और भाजपा के कई नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें जदयू प्रखंड अध्यक्ष नितेंद्र राय, पूर्व प्रखंड प्रमुख निरुपमा सिंह, पूर्व मुखिया संजय साह, मीडिया प्रभारी आरिफ सिद्दिकी, भूटटू राय, और मंकेश्वर यादव शामिल थे।
इस बदलाव से विजयीपुर के बीडीसी सदस्यों के लिए नए अवसर और लाभ की उम्मीद जगी है। चुनाव आयोग की घोषणा के साथ आगामी चुनावी रणनीतियां तय होंगी।
विजयीपुर प्रखंड प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित
