गोपालगंज। जिला समाहरणालय परिसर में जिलाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच ने पोषण पखवाड़ा के अवसर पर अधिकारियों और कर्मचारियों को “स्वस्थ भोजन संकल्प” की शपथ दिलाई। इस मौके पर डीडीसी, डीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका, आंगनबाड़ी सेविकाएं और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने पोषण रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
शपथ में कहा गया कि हम रोग मुक्त शरीर और कुपोषण मुक्त समुदाय के निर्माण के लिए स्वस्थ भोजन व्यवहार को अपनाएंगे, संतुलित और विविधता पूर्ण आहार का हिस्सा बनेंगे, मोटे अनाज जैसे बाजरा, ज्वार और महुआ को अपने भोजन में शामिल करेंगे। स्थानीय और मौसमी फल-सब्जियों का अधिकतम उपयोग करेंगे, नमक, वसा और चीनी का सीमित सेवन करेंगे और घर के बने ताजे और पौष्टिक भोजन को प्राथमिकता देंगे। नवजात शिशुओं को जन्म से छह माह तक केवल मां का दूध देने और उसके बाद पूरक आहार को बढ़ावा देने की बात भी कही गई। साथ ही बच्चों को खेलने के लिए प्रोत्साहित करने, रोजाना व्यायाम और योग को दिनचर्या में शामिल करने की बात भी शपथ में शामिल थी।
जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस सीमा कुमारी ने बताया कि पोषण अभियान सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसके तहत विभिन्न विभागों के समन्वय से कुपोषण को कम करने के लिए समयबद्ध प्रयास किए जा रहे हैं। योजना के तहत हर वर्ष बच्चों में कुपोषण दर को दो प्रतिशत और महिलाओं तथा किशोरियों में एनीमिया की दर को तीन प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य रखा गया है।
पोषण पखवाड़ा 22 अप्रैल तक चलेगा, जिसमें आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण और स्वास्थ्य से जुड़ी अनेक गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसमें विशेष रूप से जीवन के पहले 1000 दिनों की देखभाल, पोषण ट्रैकर के माध्यम से पंजीकरण, कुपोषण प्रबंधन, बच्चों में मोटापे की रोकथाम और मोटे अनाज को दैनिक आहार में शामिल करने की जागरूकता फैलाई जा रही है।
पोषण पखवाड़ा में अधिकारियों ने लिया स्वास्थ्य का संकल्प
