गोपालगंज। जिले के कटेया थाना क्षेत्र के राजापुर गांव में जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हो गईं। वही इस खूनी संघर्ष में दोनो पक्ष से जमकर लाठी डंडे चले जिसमें दोनों पक्ष से महिला समेत 9 लोग जख्मी हो गए जिन्हें तत्काल इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां सभी का इलाज डॉक्टर की देखरेख में चल रहा है।
दरअसल घटना के संदर्भ में बताया जाता है कि कटेया थाना क्षेत्र के राजापुर गांव निवासी जख्मी
अमित राम और व्यास मांझी के बीच जमीन का विवाद चल रहा था। बताया जाता है कि विवादित जमीन पर दोनों पक्ष अपना-अपना दावा कर रहे थे। जिसको लेकर आपस में विवाद हुई और मारपीट में तब्दील हो गई। इस मारपीट मामले में एक पक्ष से पांच लोग जिसमें अमित राम, राजेश राम,अनीता देवी,सरिता कुमारी, रिंकी देवी जख्मी हो जबकि दूसरे पक्ष से चार लोग ब्यास माझी, राम प्रवेश माझी, अमरेंद्र माझी और चंदा देवी जख्मी हो गई। इस मारपीट की घटना में जख्मी लोगो के परिजनो द्वारा तत्काल कुचायकोट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया जहां से डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति को नाजुक देखते हुए बेहतर इलाज के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल रेफर कर दिया जहां सभी का इलाज डाक्टर के देख रेख में चल रहा है।इस संदर्भ में जख्मी अमित राम के परिजनों ने बताया कि हम लोगों के जमीन पर जबरन अपना मकान बनवाया जा रहा है इसको लेकर जब हम लोगो न विरोध किया तब आरोपियों द्वारा मारपीट की गई। जिसमें पांच लोग जख्मी हो गए। जबकि दूसरे पक्ष ब्यास माझी के परिजनो ने बताया कि जमीन हम लोगों का है और हम अपने जमीनपर काम करवा रहे थे इसको लेकर आरोपियों द्वारा अपना जमीन बताकर रोका लगाने लगे विरोध करने पर मारपीट की गई जिसमें चार लोग जख्मी हो गए। वही इस संदर्भ में कटेया थानाध्यक्ष ने बताया कि मारपीट की सूचना मिली है कुछ लोगो को चोट आई है। प्राप्त आवेदन के आधार पर मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
सुबह के समय जब एक पक्ष ने जमीन पर काम शुरू किया, तो दूसरे पक्ष ने इसका विरोध किया। देखते ही देखते बात इतनी बढ़ गई कि दोनों ओर से लाठी-डंडे और धारदार हथियार निकल आए, और जमकर मारपीट हुई। इस खूनी संघर्ष में दोनों पक्षों से कई लोग चोटिल हो गए।
पुलिस ने घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। घायलों को तत्काल सदर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों के मुताबिक, कुछ घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोनों पक्षों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब तक जमीनी विवादों के चलते लोग अपनी जान जोखिम में डालते रहेंगे और प्रशासन इन विवादों को सुलझाने के लिए क्या ठोस कदम उठाएगा।