गोपालगंज जिला कांग्रेस कार्यालय में भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 135वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर कांग्रेसजनों ने नेहरूजी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। वक्ताओं ने उनके जीवन और योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि चाचा नेहरू बच्चों के प्रिय थे, जिस कारण उनकी जयंती 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाई जाती है। पंडित नेहरू ने आजादी के बाद देश की बागडोर संभाली, विभाजन के दंश और देश की बिगड़ी हालत का सामना किया, और 1947 से 1964 तक देश को नेतृत्व प्रदान किया। महात्मा गांधी से प्रेरित होकर उन्होंने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भूमिका निभाई। जेल में रहते हुए उन्होंने ‘द डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ पुस्तक लिखी और अपनी बेटी इंदिरा गांधी को पत्रों के माध्यम से भारतीय संस्कृति और स्वतंत्रता संग्राम का महत्व बताया।
पंडित नेहरू 1929 में कांग्रेस के अध्यक्ष बने और उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने ब्रिटिश शासन से पूर्ण स्वतंत्रता का संकल्प लिया, जिसे पूर्ण स्वराज के नाम से जाना गया। कार्यक्रम में विनोद कुमार तिवारी, अनिल कुमार दुबे, आजाद सिद्दीकी, राकेश कुमार तिवारी, मुस्ताक अहमद, मुकेश कुमार, प्रेम नाथ शर्मा, गजेन्द्र पाठक सहित कई कांग्रेसजन उपस्थित रहे।