गोपालगंज: बिहार की राजनीति में एक बड़ा बदलाव लाने के उद्देश्य से 9 मार्च 2025 को पटना के गांधी मैदान में आयोजित ‘बदलो बिहार महाजुटान रैली’ को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में गिरी टोला स्थित जिला पार्टी कार्यालय में गोपालगंज अनुमंडल स्तरीय माले कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन का उद्देश्य रैली को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को जुटाना और उनकी भूमिका को रेखांकित करना था।
भूख, गरीबी और उपेक्षा के खिलाफ हल्ला बोल
जिला सचिव इंद्रजीत चौरसिया ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए सरकार की नीतियों और वादा-खिलाफी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भूमिहीनों को 5 डिसमिल जमीन और गरीबों को लघु उद्यमी योजना के तहत दो लाख रुपये देने का वादा किया था, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं किया। यहां तक कि आर्थिक सर्वे के आधार पर शुरू की गई योजनाओं के पोर्टल तक बंद कर दिए गए। उन्होंने मांग की कि राज्य सरकार गरीबों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली, महिलाओं को 2500 रुपये की सम्मान राशि, और सहारा इंडिया के फंसे पैसे गरीबों में बांटने की प्रक्रिया शुरू करे।
सरकार पर आरोपों की झड़ी
बैकुंठपुर प्रखंड संयोजक एसएनएस जिज्ञासु ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र की तरह गरीबों और दलितों के मुद्दों को लगातार नजरअंदाज कर रही है। “नीतियां कॉर्पोरेट्स के लिए बनाई जा रही हैं, जबकि गरीबों और किसानों को उनके अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है,” उन्होंने कहा।
5000 लोगों को रैली में लाने का लक्ष्य
सम्मेलन में यह तय किया गया कि गोपालगंज अनुमंडल से कम से कम 5000 लोग इस महाजुटान रैली में शामिल होंगे। कार्यकर्ताओं ने रैली को जन आंदोलन में बदलने का संकल्प लिया।
राजनीतिक प्रस्ताव और भविष्य की लड़ाई
इस मौके पर पारित राजनीतिक प्रस्ताव में सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध करने का निर्णय लिया गया। जिला कमिटी सदस्य अजातशत्रु ने कहा कि “माले सड़क से सदन तक गरीबों की लड़ाई लड़ती रही है। यह सरकार गरीब और दलित विरोधी है, और इसे सत्ता से बेदखल करना ही गरीबों के अधिकार सुनिश्चित करने का एकमात्र रास्ता है।”
सम्मेलन की अध्यक्षता सुभाष सिंह ने की, जिसमें नशेमन, वकील यादव, विद्या प्रसाद, मालती देवी समेत कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।
क्या आप बदलाव का हिस्सा बनेंगे?
9 मार्च 2025 को पटना के गांधी मैदान में होने वाली ‘बदलो बिहार महाजुटान रैली’ केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि बिहार की राजनीति में एक निर्णायक मोड़ हो सकती है। इसमें आपकी भागीदारी बिहार के भविष्य को दिशा दे सकती है।
पटना: 9 मार्च 2025 को गांधी मैदान में ‘बदलो बिहार महाजुटान रैली’, गोपालगंज में कार्यकर्ता सम्मेलन सम्पन्न
