थावे थाना क्षेत्र के डायट कॉलेज के महिला छात्रावास में गुरुवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। छात्रावास में रसोइया का काम करने वाली एक युवती का शव उसके कमरे में फंदे से लटका मिला। इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है।
मृतका की माँ सरस्वती देवी, जो उचकागांव थाना क्षेत्र के वृंदावन मौजे गांव की निवासी हैं, ने इस संदर्भ में थावे थाने में तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। माँ ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी राधिका कुमारी के साथ कॉलेज के तीन कर्मियों—राहुल कुमार, भारती जी और रंजन कुमार पाण्डेय—द्वारा लगातार शारीरिक शोषण किया गया। सरस्वती देवी का कहना है कि उनकी बेटी ने पहले भी उन्हें और अपनी बहन को इन सब बातों की जानकारी दी थी। मृतका ने बताया था कि विरोध करने पर उसे जातिसूचक शब्द कहे जाते थे और नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती थी। तनख्वाह भी समय पर नहीं दी जाती थी।
घटना के दिन एक अन्य कर्मी आरती कुमारी ने सरस्वती को फोन कर बताया कि राधिका की तबीयत खराब है। परिवार सुबह 9:30 बजे कॉलेज पहुँचा, लेकिन राधिका के कमरे का ताला बंद था। बाद में पुलिस की मौजूदगी में दरवाजा खोला गया तो अंदर राधिका का शव फंदे से लटका हुआ मिला।
थावे थानाध्यक्ष धीरज कुमार ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। दुख और गुस्से के माहौल में शुक्रवार दोपहर युवती का दाह संस्कार कर दिया गया। परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है।
यह घटना सिर्फ एक मौत नहीं, बल्कि उन परिस्थितियों की ओर इशारा करती है, जिनमें कई महिलाएँ कार्यस्थलों पर खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है। यह घटना समाज के लिए एक कठोर चेतावनी है कि कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।
युवती का शव फंदे पर लटका मिला, माँ ने लगाए शारीरिक शोषण के गंभीर आरोप
