मांझागढ़ (गोपालगंज): सोमवार को मांझा प्रखंड कार्यालय के मीटिंग हॉल में बीडीसी और मुखिया की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख वाजिद अली ने की। इस दौरान वर्ष 2025-26 में विकास कार्यों के लिए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में विभागीय अधिकारियों ने सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जनप्रतिनिधियों को दी।
मनरेगा के प्रोग्राम पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि मनरेगा के तहत भूमि उपलब्ध होने पर आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण, तालाब की खुदाई, वृक्षारोपण आदि कार्य कराए जा सकते हैं। प्रतिनिधि योजनाओं को अपने-अपने पंचायतों में लागू कर सकते हैं। श्रम पदाधिकारी ने बाल मजदूरी पर रोक लगाने और ई-श्रम कार्ड धारकों को दुर्घटना बीमा योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दुर्घटना में मृत्यु होने पर ₹4 लाख और किसी अंग के अपाहिज होने पर ₹1 लाख का मुआवजा दिया जाएगा।
बैठक के दौरान कई विभागीय अधिकारी अनुपस्थित रहे, जिनमें पशु चिकित्सक और ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक प्रमुख थे। इस पर नाराजगी भी जाहिर की गई।
छवही पंचायत के पंचायत समिति सदस्य ब्रजभूषण यादव उर्फ मुन्ना यादव ने बैठक में पूर्व की योजनाओं के कार्य और खर्च की जानकारी देने की मांग की। मांझा पूर्वी के पंचायत समिति सदस्य राजकुमार प्रसाद ने प्रस्ताव लाकर सुधवलिया अनुमंडल के अधीन मांझागढ़ थाना को गोपालगंज सदर अनुमंडल में जोड़ने की मांग रखी।
बैठक में उप प्रमुख अरविंद कुमार गुप्ता, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक अमित राज, स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक भीम चौधरी, पंचायत समिति सदस्य उपेंद्र प्रसाद, मुखिया विनोद सहनी, गोरख साह, और मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष मंटू सिंह सहित अन्य बीडीसी और मुखिया सदस्य उपस्थित रहे।
धन्यवाद ज्ञापन और बैठक का समापन प्रखंड विकास पदाधिकारी विनीत कुमार ने किया।
बीडीसी बैठक में 2025-26 विकास प्रस्ताव पारित
